Friday, January 2, 2009

प्रार्थना

अपने उलझे जीवन की कुछ खुशियों से,
कर दूँ झंकृत तेरा जीवन संगीत!
प्रस्फुटित रवि किरणों सा उज्जवल हो,
जीवन तेरा बस इतना ही मांगे मेरी प्रीत!!

हर रात्रि को झिलमिलायें आशाओं के स्वप्निल सितारे,
हर दिवस सजा कर लाये जीत !
स्नेह मेरा है अर्पण तुझ पर ,
भूल न जाना मेरे मीत !!

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