Sunday, July 11, 2021

अधजली सिगरेट 


मेरी जिंदगी उसी सिगरेट सी जल रही है,
जो  मैंने कल सुबह पी थी | 
थोड़ी उम्मीदें वैसे ही सुलग रही है,
जैसे बुझती झड़ती राख | 

क्या मैं वक़्त से पहले यूँ ही मिट जाऊँगा,
जैसे वह अधजली सिगरेट | 
क्या मैं वक़्त के पैरों टेल वैसे ही मसला जाऊँगा,
जैसे वह अधजली सिगरेट |